रामपुर। बेशक, टीबी, फ्रिज, कूलर, वाशिंग मशीन आज की जरूरत बन चुकी हैं। लेकिन, इनसे खतरा भी बहुत है। जरा सा केबिल शार्ट हुआ और फिर कुछ भी संभव है। ‘मौत के सामान’ बन चुके इन उपकरणों से बच्चों को दूर ही रखें तो बेहतर है। वर्ना.....जरा सी लापरवाही, जिंदगी भर के लिए गम दे सकती है। शाहबाद में रविवार को जो कुछ हुआ, सबक लेने के लिए काफी है।
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क्या करें क्या न करें
-ध्यान रखें कि बच्चा बिजली का बोर्ड न छुए।
-बिजली के सर्किट खुले हुए न रखें।
-बच्चा उपकरणों को ऑन-आफ न करे।
-बोर्ड से बच्चा टीबी, फ्रिज, डीवीडी या अन्य उपकरणों की केबिल न लगाए और न ही निकाले।
-बिजली केबिल के प्लग भी बच्चों को न छूने दें।
-प्रेस से भी बच्चों को दूर रखें।
-मासूमों का स्वयं ख्याल रखें।
-बड़े बच्चों को भी जागरूक करते रहें।
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-वैसे तो कोई भी बिजली का उपकरण बनाते समय यह ध्यान रखा जाता है कि उसमें करेंट न फैले। बायर और बोर्ड में ही करेंट रहे। बाडी पर करेंट न उतरे। लेकिन, कई बार बायर शॉर्ट होने से या फिर उपकरण फुंकने से करेंट आ जाता है। ऐसे में अर्थ मिल जाए तो कुछ भी संभव है।
-सतीश कुमार शर्मा, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर
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-फ्रिज, टीबी या अन्य जो भी बिजली के उपकरण हैं। आज की जरूरत हैं। हम उनसे दूर नहीं रह सकते और उनके बिना जीवन भी अधूरा है। लेकिन, यह हकीकत है कि जो वस्तु जितनी सुविधा जनक होती है, नुकसानदेय भी हो सकती है। लिहाजा, जागरूक रहें और बच्चों को प्लग लगाते वक्त ध्यान दें। सावधानी से काम करें।
-डा. इंदुभूषण महापात्र, समाजशास्त्री
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-करेंट लगने की स्थिति में फौरन स्विच आफ करें। ध्यान रखें कि बिजली उपकरणों के आसपास पानी न हो। पीड़ित को तत्काल कंबल में लपेट लें। पल्स चेक करें। पल्स कम हो तो उसे छाती पर कार्डिक मसाज दें। मुंह से गर्म भाप दें। छाती पंप करें और डाक्टर के पास ले जाएं।
-डा. विशेष कुमार, एमडी
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क्या करें क्या न करें
-ध्यान रखें कि बच्चा बिजली का बोर्ड न छुए।
-बिजली के सर्किट खुले हुए न रखें।
-बच्चा उपकरणों को ऑन-आफ न करे।
-बोर्ड से बच्चा टीबी, फ्रिज, डीवीडी या अन्य उपकरणों की केबिल न लगाए और न ही निकाले।
-बिजली केबिल के प्लग भी बच्चों को न छूने दें।
-प्रेस से भी बच्चों को दूर रखें।
-मासूमों का स्वयं ख्याल रखें।
-बड़े बच्चों को भी जागरूक करते रहें।
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-वैसे तो कोई भी बिजली का उपकरण बनाते समय यह ध्यान रखा जाता है कि उसमें करेंट न फैले। बायर और बोर्ड में ही करेंट रहे। बाडी पर करेंट न उतरे। लेकिन, कई बार बायर शॉर्ट होने से या फिर उपकरण फुंकने से करेंट आ जाता है। ऐसे में अर्थ मिल जाए तो कुछ भी संभव है।
-सतीश कुमार शर्मा, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर
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-फ्रिज, टीबी या अन्य जो भी बिजली के उपकरण हैं। आज की जरूरत हैं। हम उनसे दूर नहीं रह सकते और उनके बिना जीवन भी अधूरा है। लेकिन, यह हकीकत है कि जो वस्तु जितनी सुविधा जनक होती है, नुकसानदेय भी हो सकती है। लिहाजा, जागरूक रहें और बच्चों को प्लग लगाते वक्त ध्यान दें। सावधानी से काम करें।
-डा. इंदुभूषण महापात्र, समाजशास्त्री
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-करेंट लगने की स्थिति में फौरन स्विच आफ करें। ध्यान रखें कि बिजली उपकरणों के आसपास पानी न हो। पीड़ित को तत्काल कंबल में लपेट लें। पल्स चेक करें। पल्स कम हो तो उसे छाती पर कार्डिक मसाज दें। मुंह से गर्म भाप दें। छाती पंप करें और डाक्टर के पास ले जाएं।
-डा. विशेष कुमार, एमडी
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