विपिन कुमार शर्मा, रामपुर। भारत की बात छोड़िए, लंदन हो या हॉंगकांग, स्विटजरलैंड हो या अमेरिका..., यूरोप से लेकर गल्फ कंट्रीज तक रामपुर की शराब का सुरूर मयकशों के सिर चढ़कर बोलता है। विदेशी मयखाने रामपुर की शराब से सजाए जाते हैं। जिनकी बदौलत ढाई हजार करोड़ रुपये सालाना कंपनी का टर्नओवर है।
रेडिको खेतान की यूनिट रामपुर डिस्टलरी देश-विदेश में रामपुर का नाम रोशन कर रही है। कंपनी करीब पांच हजार लोगों को रोजगार मुहैया करा रही है। इसमें कमोवेश हर साल ही कुछ न कुछ आधुनिकीकरण पर काम होता रहता है। नतीजा यह है कि रामपुर और देश के दूसरे शहरों में डिस्टलरी के तीस बाटलिंग यूनिट हैं। देशी-विदेशी शराब के चालीस ब्रांड यहां तैयार किए जाते हैं। जो यूरोप, अफ्रीकन और गल्फ कंट्रीज के चालीस देशों में एक्सपोर्ट किए जाते हैं। कंपनी के कुछ ब्रांडों को क्वालिटी मेंटेंन करने में गोल्ड मैडल तक मिल चुका है। बीते दो सालों में कंपनी का टर्न ओवर में उछाल आया है। जिससे फिलवक्त में एक हजार करोड़ का राजस्व रेडिको द्वारा जमा किया जाता है। कंपनी की प्लानिंग है कि इस बार भी प्राफिट के अनुसार क्वालिटी मेंटेन और क्वांटिनी बढ़ाने में बड़ा निवेश किया जाएगा।
ये है रामपुर डिस्टलरी का इतिहास
वर्ष 1943 में जब रामपुर में नवाबी रियासत थी। तब रामपुर स्टेट में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटिश कंपनी ने डिस्टलरी की स्थापना की थी। देश आजाद हुआ, रामपुर स्टेट का स्वतंत्र भारत में विलय हुआ। तब ब्रिटिश कंपनी ने इसे डालमिया ग्रुप को सेल कर दिया। उस वक्त सीमित संसाधन, उपकरणों का अभाव या मार्केट में बेहतर तालमेल का अभाव, वजह जो भी रही, डालमिया ग्रुप ने वर्ष 1975 में रेडिको खेतान ग्रुप को रामपुर डिस्टलरी बेच दी। तब से रेडिको के नाम से डिस्टलरी देशी और विदेशी शराब बना रही है। एल्कोहल के एक के एक बेहतरीन उत्पाद देश-विदेश में बेचे जा रहे हैं।
मैजिक मोमेंट मार्फिस को मिला गोल्ड मैडल
रामपुर डिस्टलरी में तैयार की गई मैजिक मोमेंट मार्फिस को क्वालिटी सेटिस्फकेशन पर गोल्ड मैडल मिल चुका है। यही अवार्ड दूसरे प्राडक्ट कांटेसा रम को भी मिल चुका है। कंटेसा की सप्लाई मिलिट्री के लिए भी की जाती है। कंपनी का मोटो क्वालिटी बेस प्राडक्टस मार्केट में लाना है। इस पर रिसर्च भी होती रहती है।
चालीस देशों तक फैला कारोबार
रेडिको खेतान यानी रामपुर डिस्टलरी का कारोबार विदेशों तक फैला हुआ है। एशिया, यूरोप, अफ्रकन और गल्फ कंट्रीज में यहां के प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट किए जाते हैं। रेडिको खेतान के डायरेक्टर आपरेशन केपी सिंह बताते हैं कि दुुनिया के चालीस देशों में यहां के ब्रांड एक्सपोर्ट किए जाते हैं।
पांच हजार करोड़ का टर्नओवर
रामपुर डिस्टलरी का टर्नओवर ढाई हजार करोड़ रुपयों का है। केपी सिंह बताते हैं कि कंपनी के देशी और विदेशी शराब के चालीस ब्रांड हैं। जिन्हें अपने देश के अलावा दूसरे देशों में भी बेचा जाता है। इससे सभी तरह का एक हजार करोड़ रुपये कर के रूप में राजस्व को जाता है। जबकि, कंपनी का वार्षिक टर्नओवर पांच हजार करोड़ रुपये है।
देशी शराब के ब्रांड
मस्तीह
विंडीज
झूम प्ले
मिस जलवा
विदेशी शराब के प्रमुख ब्रांड
मैजिक मोमेंट वोदका
वोदक इन ऑरेंज फ्लेवर
वोदका इन एपिल फ्लेवर
वोदका इन लैमन फ्लेवर
वोदका इन चोको
वोदका रसभरी
वोदका लैमन ग्रास जिंजर
8पीएम ह्विस्की
आफ्टर डार्क ह्विस्की
कांटेसा रम
मार्फिस बरांडी
रायल व्हाइट हॉल
क्राउन ह्विस्की
भारतीयों को मस्ती तो विदेशियों को लुभाती है वोदकाबेशक रामपुर डिस्टलरी के देशी और विदेशी करीब चालीस ब्रांड हैं। लेकिन, कुछ ब्रांड ही ऐसे हैं जिनकी मार्केट में अच्छी पकड़ है। कंपनी लोकल स्तर पर मस्ती की सप्लाई करती है। यहां देशी शराब पीने वालों को मस्ती का सुरूर चढ़ता है। लेकिन, विदेशों में वोदका की डिमांड ज्यादा है। यही वजह है कि विदेशियों की पसंद को ध्यान में रखते हुए वोदका को छह अलग-अलग फ्लेवर में तैयार किया जाता है।
एक नजर में
1943 में ब्रिटिश कंपनी द्वारा स्थापित
आजादी के बाद डालमिया ग्रुप को सेल
1975 में रेडिको खेतान ने खरीदा
रामपुर और देश के दूसरे शहरों में 30 बाटलिंग यूनिट
क्वालिटी बेस एल्कोहल एक्सपोर्टर
देशी-विदेशी शराब के चालीस ब्रांड निर्माता
यूरोप, अफ्रीकन, गल्फ कंट्रीज समेत 40 देशों में एक्सपोर्ट
करीब पांच हजार लोगों को रोजगार
पांच हजार करोड़ रुपये सालाना टर्नओवर
एक हजार करोड़ रुपये राजस्व को लाभ
रेडिको खेतान की यूनिट रामपुर डिस्टलरी देश-विदेश में रामपुर का नाम रोशन कर रही है। कंपनी करीब पांच हजार लोगों को रोजगार मुहैया करा रही है। इसमें कमोवेश हर साल ही कुछ न कुछ आधुनिकीकरण पर काम होता रहता है। नतीजा यह है कि रामपुर और देश के दूसरे शहरों में डिस्टलरी के तीस बाटलिंग यूनिट हैं। देशी-विदेशी शराब के चालीस ब्रांड यहां तैयार किए जाते हैं। जो यूरोप, अफ्रीकन और गल्फ कंट्रीज के चालीस देशों में एक्सपोर्ट किए जाते हैं। कंपनी के कुछ ब्रांडों को क्वालिटी मेंटेंन करने में गोल्ड मैडल तक मिल चुका है। बीते दो सालों में कंपनी का टर्न ओवर में उछाल आया है। जिससे फिलवक्त में एक हजार करोड़ का राजस्व रेडिको द्वारा जमा किया जाता है। कंपनी की प्लानिंग है कि इस बार भी प्राफिट के अनुसार क्वालिटी मेंटेन और क्वांटिनी बढ़ाने में बड़ा निवेश किया जाएगा।
ये है रामपुर डिस्टलरी का इतिहास
वर्ष 1943 में जब रामपुर में नवाबी रियासत थी। तब रामपुर स्टेट में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटिश कंपनी ने डिस्टलरी की स्थापना की थी। देश आजाद हुआ, रामपुर स्टेट का स्वतंत्र भारत में विलय हुआ। तब ब्रिटिश कंपनी ने इसे डालमिया ग्रुप को सेल कर दिया। उस वक्त सीमित संसाधन, उपकरणों का अभाव या मार्केट में बेहतर तालमेल का अभाव, वजह जो भी रही, डालमिया ग्रुप ने वर्ष 1975 में रेडिको खेतान ग्रुप को रामपुर डिस्टलरी बेच दी। तब से रेडिको के नाम से डिस्टलरी देशी और विदेशी शराब बना रही है। एल्कोहल के एक के एक बेहतरीन उत्पाद देश-विदेश में बेचे जा रहे हैं।
मैजिक मोमेंट मार्फिस को मिला गोल्ड मैडल
रामपुर डिस्टलरी में तैयार की गई मैजिक मोमेंट मार्फिस को क्वालिटी सेटिस्फकेशन पर गोल्ड मैडल मिल चुका है। यही अवार्ड दूसरे प्राडक्ट कांटेसा रम को भी मिल चुका है। कंटेसा की सप्लाई मिलिट्री के लिए भी की जाती है। कंपनी का मोटो क्वालिटी बेस प्राडक्टस मार्केट में लाना है। इस पर रिसर्च भी होती रहती है।
चालीस देशों तक फैला कारोबार
रेडिको खेतान यानी रामपुर डिस्टलरी का कारोबार विदेशों तक फैला हुआ है। एशिया, यूरोप, अफ्रकन और गल्फ कंट्रीज में यहां के प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट किए जाते हैं। रेडिको खेतान के डायरेक्टर आपरेशन केपी सिंह बताते हैं कि दुुनिया के चालीस देशों में यहां के ब्रांड एक्सपोर्ट किए जाते हैं।
पांच हजार करोड़ का टर्नओवर
रामपुर डिस्टलरी का टर्नओवर ढाई हजार करोड़ रुपयों का है। केपी सिंह बताते हैं कि कंपनी के देशी और विदेशी शराब के चालीस ब्रांड हैं। जिन्हें अपने देश के अलावा दूसरे देशों में भी बेचा जाता है। इससे सभी तरह का एक हजार करोड़ रुपये कर के रूप में राजस्व को जाता है। जबकि, कंपनी का वार्षिक टर्नओवर पांच हजार करोड़ रुपये है।
देशी शराब के ब्रांड
मस्तीह
विंडीज
झूम प्ले
मिस जलवा
विदेशी शराब के प्रमुख ब्रांड
मैजिक मोमेंट वोदका
वोदक इन ऑरेंज फ्लेवर
वोदका इन एपिल फ्लेवर
वोदका इन लैमन फ्लेवर
वोदका इन चोको
वोदका रसभरी
वोदका लैमन ग्रास जिंजर
8पीएम ह्विस्की
आफ्टर डार्क ह्विस्की
कांटेसा रम
मार्फिस बरांडी
रायल व्हाइट हॉल
क्राउन ह्विस्की
भारतीयों को मस्ती तो विदेशियों को लुभाती है वोदकाबेशक रामपुर डिस्टलरी के देशी और विदेशी करीब चालीस ब्रांड हैं। लेकिन, कुछ ब्रांड ही ऐसे हैं जिनकी मार्केट में अच्छी पकड़ है। कंपनी लोकल स्तर पर मस्ती की सप्लाई करती है। यहां देशी शराब पीने वालों को मस्ती का सुरूर चढ़ता है। लेकिन, विदेशों में वोदका की डिमांड ज्यादा है। यही वजह है कि विदेशियों की पसंद को ध्यान में रखते हुए वोदका को छह अलग-अलग फ्लेवर में तैयार किया जाता है।
एक नजर में
1943 में ब्रिटिश कंपनी द्वारा स्थापित
आजादी के बाद डालमिया ग्रुप को सेल
1975 में रेडिको खेतान ने खरीदा
रामपुर और देश के दूसरे शहरों में 30 बाटलिंग यूनिट
क्वालिटी बेस एल्कोहल एक्सपोर्टर
देशी-विदेशी शराब के चालीस ब्रांड निर्माता
यूरोप, अफ्रीकन, गल्फ कंट्रीज समेत 40 देशों में एक्सपोर्ट
करीब पांच हजार लोगों को रोजगार
पांच हजार करोड़ रुपये सालाना टर्नओवर
एक हजार करोड़ रुपये राजस्व को लाभ
No comments:
Post a Comment