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Monday, 11 May 2020

रेडिको ने हॉट स्पॉट एरिया में उतारी टर्बो मिस्ट मशीन

रामपुर। कई दिन से शहर और आसपास के इलाके को अत्याधुनिक मशीन से सैनिटाइज करा रही रेडिको ने अब हॉट स्पॉट एरिया में अपनी टर्बो मिस्ट मशीन उतार दी है। सोमवार को हॉट स्पॉट आसरा कालोनी से लेकर चमरौआ तक को सैनिटाइज कराया गया।
 समाजसेवा में अग्रणी भूमिका निभा रही रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह बताते हैं कि पिछले सप्ताह टर्बो मिस्ट सेनिटाइज़र मशीन को रामपुर नगरीय क्षेत्र को सेनीटाइज़ करने के लिए आरम्भ किया था। सोमवार को चमरौआ क्षेत्र में हॉट स्पॉट होने की जानकारी प्राप्त हुई, तब तुरन्त ही टर्बो मिस्ट सेनिटाइज़र मशीन को चमरौआ भेजा गया है। इसके बाद आसरा कॉलोनी, मण्डी समिति, तहसील सदर, कोसी रोड इत्यादि को सेनिटाइज़ किया जाएगा। 
सेवा भाव संग बांट दिया लाखों का सैनिटाइजर
रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह ने बताया कि रेडिको प्रशासन के साथ पूरी तरह से सहयोगात्मक बना हुआ है। प्रशासन को सेनिटाइजर की आपूर्ति की जा रही है। लाखों रुपयों का सैनिटाइजर अब तक बांटा जा चुका है।                                                         खूब पसंद आ रहा रेडिको में बना सैनिटाइजर  गुणवत्ता के अनुसार रेडिको खेतान निर्मित 80 प्रतिशत एल्कोहल वाला हैण्ड सैनिटाइज़र बहुत पसंद किया चुका है। इसके साथ ही रेडिको खेतान ने 50 एम एल , 90  एम एल , 100  एम एल , 200  एम एल एवं 500  एम एल के फुटकर तथा 5 ली०, 10 ली०, 50 ली० एवं 250  ली० के थोक पैक बाजार में उतारे हैं जिनसे भारत देश के अनेकों भागों रेडिको खेतान द्वारा निर्मित हैण्ड सेनिटाइज़र की आपूर्ति की जा रही है। इसके साथ ही देश के अनेक भागों में रेडिको खेतान द्वारा निर्मित हैण्ड सेनिटाइज़र की आपूर्ति की जा रही है। जिसके कारण सेनिटाइज़र का उत्पादन तीव्र गति से चल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि उच्च गुणवत्ता के सेनिटाइज़र की आपूर्ति भारत भर में निर्बाध चलती रहे एवं हमारे देश को इसका आयात न करना पड़े।                                                                                                   
हमें प्रसन्नता है कि रामपुर में टर्बो मिस्ट सेनिटाइज़र मशीन चला सके। इस मशीन में बड़ा टर्बो ब्लोअर लगा है जो सैनिटाइज़र की बूंदों को फुहार में बदलकर दूर तक स्प्रे कर देता है। विदेशों में टर्बो मिस्ट सेनिटाइज़र मशीन का बहुत अधिक प्रचलन है। टर्बो मिस्ट सेनिटाइज़र मशीन द्वारा स्प्रे, कोविड 19 संक्रमण के अंतिम पड़ाव के समय उसके विरुद्ध बहुत बड़ा उपाय सिद्ध होगा।
-केपी सिंह, डायरेक्टर आपरेशन, रेडिको 

Thursday, 22 August 2019

रामपुर की बेटी ने यूएई की बोर्ड परीक्षा में किया टॉप


रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह की पौत्री हैं दीया
रामपुर। जो लोग बेटियों को कमतर आंकते हैं, वे दीया सिंह की कामयाबी देखें। पर्वतारोहण में कई कीर्तिमान स्थापित करने वाली रामपुर की इस बेटी ने अब संयुक्त अरब अमीरात स्टेट की बोर्ड परीक्षा टॉप कर न सिर्फ अपने परिवार और रामपुर शहर बल्कि यूएई में भारत का नाम रौशन किया है। दीया रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह की पौत्री हैं। उन्होंने यह कामयाबी दुबई के प्रसिद्ध किंग्स स्कूल में कक्षा 11 प्रथम बोर्ड परीक्षा में हासिल की है। बता दें कि वहां की 11 क्लास भारतीय शिक्षा के अनुसार 10 वीं बोर्ड परीक्षा के समकक्ष है।
रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह के बेटे अमित सिंह और बहू जूही सिंह की बेटी दिया सिंह की शिक्षा दुबई के किंग्स स्कूल में चल रही है। किंग्स स्कूल का मुख्यालय लन्दन में स्थित है एवं लन्दन के ही पाठ्यक्रम को पूर्ण विश्व में पढ़ाया जाता है। किंग्स स्कूल की दुबई की शाखा से यूएई की कक्षा 11 प्रथम बोर्ड की परीक्षा में होनहार दीया सिंह ने सभी विषयों में 9 प्लस स्टार पाकर सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग प्राप्त की है।  इस वर्ष पूरे यूएई में 9 प्लस स्टार केवल दो प्रतिशत छात्र-छात्राएं ही ला पाए हैं। इन दो प्रतिशत में दीया सिंह ने सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त कर यूएई में रामपुर का नाम रोशन किया है।
केपी सिंह बताते हैं कि उनके पुत्र अमित सिंह एवं पुत्र वधु जुही सिंह की शिक्षा रामपुर में ही हुई है। उनके बेटे आज दुबई में एक विमानन कम्पनी में अधिकारी हैं और अपनी-पत्नी बच्चों सहित दुबई में ही  रहते हैं। बताया कि दीया सिंह को पढ़ाई के लिए उन्होंने कभी भी तनाव में नहीं देखा।
अंतरिक्षक वैज्ञानिक बनने की है तमन्ना
दीया सिंह के दादा केपी सिंह बताते हैं कि दुबई की टॉपर उनकी लाडली दीया की रूचि अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनकर विश्व की सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक एवं अंतरिक्ष संस्था नासा की टीम में शामिल होने की है। रूचि के अनुरूप वह समय समय पर प्रशिक्षण एवं सेमिनार इत्यादि में भाग लेती रही हैं।
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पर्वतारोहण में स्थापित किए कई कीर्तिमान
मां जूही की तरह दीया की रूचि पर्वतारोहण की भी है। वह अपने शिक्षण सत्र के प्रत्येक अवकाश में किसी न किसी पर्वत श्रृंखला पर अपनी मां जूही सिंह के साथ आरोहण भी करती हैं। अपनी माता के साथ दक्षिण अफ्रीका, यूरोप इत्यादि की अनेकों पर्वत श्रृंखलाओं पर आरोहण किया है। गत वर्ष प्रसिद्ध माउन्ट किलमंजारो एवं लद्दाख की सबसे ऊंची पहाड़ी स्टॉक कांगड़ी पर भी आरोहण कर भारतीय ध्वज फहराया था। 

Monday, 22 October 2018

लोस चुनाव करीब आते ही शुरू हुई आजम की घेराबंदी


रामपुर ही नहीं दूसरे शहरों में भी दर्ज हो रहीं एफआईआर
रामपुर। विपिन कुमार शर्मा
सियासी पंडितों का गणित, सत्ताधारी दल के पैंतरे और कानून का शिकंजा...सबका एक ही इशारा है आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर दिनोंदिन मजबूत की जा रही सियासी बिसात। यही वजह है कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का वक्त करीब आ रहा है, सपा नेता एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, उनकी घेराबंदी तेज होती जा रही है।
सपा सरकार में आजम खां की ताकत किसी से छुपी नहीं है। वह सरकार में आठ विभागों के मंत्री थे और रामपुर में उनके किसी भी काम में कोई दखल नहीं था। इसलिए सपा सरकार के पांच साल में उन्होंने जो चाहा वही हुआ। इस दौरान शहर और अपनी जौहर यूनिवर्सिटी के विकास को कई बड़े काम किए। यूनिवर्सिटी में कई सरकारी विभागों से भी काम कराया। हालांकि दबी आवाज में तब भी कुछ कामों का विरोध किया गया, लेकिन उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। सूबे में सत्ता बदली तो  आजम खां और उनकी यूनिवर्सिटी सियासी विरोधियों के निशाने आ गई। जिला प्रशासन से लेकर शासन, उप मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक से शिकायतें की गईं। जिन पर समय-समय पर जांच हुईं और शासन को रिपोर्ट भेजी गईं। 
लेकिन, अब जब लोकसभा चुनाव करीब आया तो सियासी विरोधियों से लेकर सत्ताधारी दल और शासन सबके सब एक्टिव हो गए हैं। आए दिन जांच हो रही हैं। कहीं सीडीओ, कहीं डीएम, कहीं एसआईटी तो कहीं अन्य अफसर जांच कर रहे हैं। एक-एक मामले में कई बार जांच की जा रही है। जिनके पीछे मंशा यही है कि जहां भी कमजोरी पकड़ में आए, कार्रवाई अमल में लाई जाए।
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क्या कहती है सरकार
-आजम खां के खिलाफ इतने प्रकरण हैं कि सबकी जांच एसआईटी को दे दी गई है। कई मामलों में जिला प्रशासन से भी रिपोर्ट मांगी गई है। जिस दिन एसआईटी की जांच पूरी हो जाएगी, आजम खां सलाखों के पीछे होंगे। 
-बलदेव औलख, राज्यमंत्री यूपी सरकार
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खास-खास मामले
-बीते साल सेना पर अमर्यादित टिप्पणी के मामले में सिविल लाइंस कोतवाली में लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष आकाश सक्सेना की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया
-सेना पर टिप्पणी के आरोप में आजम खां के खिलाफ बिजनौर जनपद में भी एक भाजपा नेता ने मुकदमा कराया, सेम आरोप के चलते सिविल लाइंस पुलिस ने विवेचना कर चार्जशीट लगाई।
-25 अप्रैल को जल निगम भर्ती घोटाले में लखनऊ में एफआईआर दर्ज कराई गई।
-27 सितंबर को आजम खां के पड़ोसी ने गंभीर आरोप लगाते हुए गंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया।
-जौहर विवि में चकरोडों की जमीन पर कब्जे के आरोप में राजस्व परिषद इलाहाबाद में डीएम ने चार वाद दायर कराए।
-जौहर विवि के लिए दलितों की जमीन नियम विरुद्ध तरीके से खरीदने के आरोप में एक साथ दस वाद राजस्व परिषद में दर्ज हुए।
-18 अक्तूबर को राज्य सभा सदस्य अमर सिंह ने गंभीर धाराओं में लखनऊ में आजम खां के खिलाफ मुकदमा कराया।
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हो चुके हैं गैर जमानती वारंट
-पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ टिप्पणी करने के मामले में कोर्ट से गैर जमानती वारंट हो चुके हैं।
-मार्च में लखनऊ स्थित हाईकोर्ट की बेंच ने गैर जमानती वारंट जारी किया।
-25 अगस्त को फिरोजाबाद की कोर्ट ने एक मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया है
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इन मामलों में हो चुकी है जांच
प्रकरण-1
जौहर यूनिवर्सिटी में कई एकड़ कस्टोडियन की जमीन है। इसकी शिकायत शासन और मुख्यमंत्री से की गई थी। शासन ने डीएम को जांच कराने का आदेश दिया था। तत्कालीन जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने इसकी जांच कराई थी, जिसके बाद शासन को अपनी आख्या भेजी थी। डीएम ने लिखा था कि जौहर यूनिवर्सिटी परिसर में कस्टोडियन की जमीन है, जिस पर यूनिवर्सिटी का कब्जा है।
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प्रकरण-2
पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां के शहर में चार रामपुर पब्लिक स्कूल हैं। आरपीएस बालक वर्ग नई तहसील के पास है, जिसे जौहर शोध संस्थान के भवन में स्थापित किया गया है। एक आरपीएस रामलीला पब्लिक स्कूल के सामने मुहल्ला घोसियान में गरीबों के बच्चों के लिए खोला है। इनके अलावा टांडा में भी आरपीएस की स्थापना की जा रही है। इन सभी की जांच कराई थी और जांच के बाद क्लीनचिट दे दी थी। 
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प्रकरण-3
सपा सरकार के दौरान जौहर यूनिवर्सिटी पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। इसके अलावा करीब दस करोड़ की लागत से पंडाल भी बन रहा है। यूनिवर्सिटी में लोक निर्माण विभाग से सड़कों का निर्माण भी कराया गया है। इन सभी कामों की भी शिकायत की गई और जांच भी हुई। हालांकि सरकार और शासन ने कार्रवाई को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। 
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प्रकरण-4
सपा सरकार में आजम खां ने स्वार रोड पर तहसील मोड़ के पास उर्दू गेट बनवाया है। इस गेट की ऊंचाई कम है, जिसमें भारी वाहन नहीं निकल पाते। भारी वाहनों के लिए पुलिस लाइन होकर सड़क को चौड़ा कराया गया है। प्रशासन ने इसकी जांच कराई। जांच में पाया गया कि निर्माण सीएंडडीएस ने कराया था, लेकिन आरडीए से अनुमति नहीं ली थी।
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प्रकरण-5
जौहर यूनिवर्सिटी में बने पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस की शिकायत हुई। जिसकी शासन ने जांच कराई। तत्कालीन डीएम ने जांच रिपोर्ट में लिखा कि गेस्ट हाउस पूरी तरह सरकारी है लेकिन, इसका अपना कोई रास्ता नहीं है। यह जौहर विश्वविद्यालय परिसर में है और यहां बिना आजम खां की मर्जी के कोई नहीं जा सकता। शासन को इस पर निर्णय लेना चाहिए।
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प्रकरण-6
भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने शिकायत की यूनिवर्सिटी में झील है, जिसमें जलभराव सिंचाई विभाग के ट्यूबवेल से किया जाता है। इतना ही नहीं, यह भी आरोप लगाया गया कि इसका बिल सिंचाई विभाग देता है। शासन स्तर से इस प्रकरण की भी जांच कराई गई, जिसमें आरोप सही पाते हुए रिपोर्ट शासन को भेज दी गई।
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यूं कसा सरकार ने शिकंजा
रामपुर में एकता तिराहे से बड़ा ओवर ब्रिज बनवाया गया है, जो बनकर लगभग तैयार है। यह पुल पूर्व में नक्शे के मुताबिक जौहर विश्वविद्यालय में उतरना था लेकिन, सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद इसकी शिकायत हुई और जांच कराई गई। जिसके बाद सेतु निगम के अधिकारियों ने जौहर विवि की ओर दीवार खिंचवाकर इसे बंद करा दिया है।
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भारी फोर्स के साथ मारा बिजली टीम ने छापा
जौहर विश्वविद्यालय में बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए शासन में शिकायत हुई। जिस पर पिछले दिनों भारी पुलिस बल के साथ कई एसडीओ, एसडीएम की मौजूदगी में बिजली अफसरों ने छापामार कर आउटपुट और इनपुट चेक किया। हालांकि, बिजली चोरी है या नहीं, इसकी अभी जांच हो रही है लेकिन, छापा मारकर एक मैसेज पास किया गया। 
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मैं एक मुस्लिम इंसान हूं, यही मेरी खता :आजम
पूर्व मंत्री बोले-मेरा होना सत्ताधारी दल के लिए आक्सीजन का काम
इतने केस हैं, मुझे याद नहीं रहता कब किस अदालत में पेश होना है
रामपुर। वरिष्ठ संवाददाता
लगातार जांच, मुकदमों के बाद भी खामोश रहे सपा नेता एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां ने चुप्पी तोड़ ही दी। उन्होंने हिन्दुस्तान को जारी बयान में कहा कि वह एक मुस्लिम इंसान हैं, यही उनकी खता है। 
आजम खां का कहना है कि सोचा भी नहीं था कि मेरे जैसे व्यक्ति को जीवन के इतने सख्त दिन गुजारने होंगे। अनगितन जांचें होंगी, बेहिसाब मुकदमें होंगे। कोई मेरे सिर की कीमत एक करोड़ रखेगा, कोई जुबान काटने की कीमत पचास लाख रखेगा। वह भी टीवी चैनल पर और कानून खामोश तमाशाई बना रहेगा। 
आजम खां ने कहा है कि कोई उन्हें उन्हें गद्दार कहते हैं, कोई देशद्रोही तो कोई पाकिस्तान चले जाने की सलाह देते हैं और मैं हूं कि किसी और धुन में लगा हूं। मादरे वतन की जमीन पर लोग जिहालत की बिना पर बोझ बने हुए हैं, उस बोझ को कम तो किया ही जा सकता है....इसी में लगा हूं। आगे कहते हैं कि अक्सर अदालतों से गैर जमानती वारंट हो जाते हैं क्योंकि, याद नहीं रहता कब कहां की अदालत में हाजिर होना है। मेरा होना आज के सत्ताधारी दल के लिए आक्सीजन का काम करता है। खता सब इतनी है कि मैं एक मुस्लिम इंसान हूं।
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लोस चुनाव जीतने को मुकदमे करना जरूरी: अब्दुल्ला
रामपुर। समाजवादी पार्टी से स्वार-टांडा विस क्षेत्र से विधायक एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां के पुत्र अब्दुल्ला आजम खां लगातार हो रही जांच और कार्रवाई को सीधे लोकसभा चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। उन्होंने ट्वीटर पर पोस्ट किया है कि शायद उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटें जीतने के लिए आजम खान साहब पर 800 मुकदमें करना जरूरी है। अब्दुल्ला आजम के इस ट्वीट को 194 लोगों ने रीट्वीट किया है जबकि, 852 लोगों ने लाइक किया है।
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सपाइयों ने संभाला मोर्चा, पीएम को लिख रहे खून से खत
25 जुलाई से शुरू हुई मुहिम, अब तक 140 खत लिखे
रामपुर। वरिष्ठ संवाददाता
आजम खां के खिलाफ हो रहीं लगातार जांचों के मद्देनजर सपाइयों ने मोर्चा संभाल लिया है। आजम खां के मीडिया प्रभारी एवं आजमवादी मंच के राष्ट्रीय संयोजक फसाहत अली खां शानू ने प्रधानमंत्री को खून से खत लिखने की 25 जुलाई को मुहिम शुरू की थी। जिसके तहत रोजाना सपाई खून से खत लिख रहे हैं। सीधे तौर पर पीएम से मांग कर रहे हैं कि आजम खां पर द्वेष भावना के तहत की जा रही कार्रवाई पर रोक लगाई जाए और उन्होंने जिस तरह समाज के लिए काम किए हैं, उसके लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए। अब तक ऐसे 140 खत प्रधानमंत्री को भेजे गए हैं। सोमवार को मदरसा कोहना निवासी मनीश कठेरिया ने ऐसा ही एक पत्र खून से लिखकर पीएम को भेजा है। इससे पहले सपा की महिला जिलाध्यक्ष मायादेवी यादव, एमएलसी, घनश्याम लोधी समेत तमाम लोग खत लिख चुके हैं।
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एकजुट हुए आजम के सियासी विरोधी
किसी ने सीधे केस किए, तो किसी ने डाली पीआईएस
रामपुर। वरिष्ठ संवाददाता
आजम खां के सभी सियासी विरोधी एकजुट हो गए हैं। अपने-अपने तरीकों से वह आजम खां को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक आकाश कुमार सक्सेना ने आजम खां के खिलाफ सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा कराया। इसके अलावा राजस्व परिषद में वादों में निगरानीकर्ता हैं। जौहर विवि से जुड़े प्रकरणों में शिकायतें कीं। पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र एवं पूर्व सांसद जयाप्रदा के मीडिया प्रतिनिधि रहे मुस्तफा ने भी उर्दू गेट समेत कई मामलों में शिकायतें की हैं, एसआईटी जांच कर रही है। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल खां लाला ने अकूत दौलत कहां से आई, डीसीबी में नोटबंदी के दौरान कालाधन सफेद किया गया..सरीखे आरोप लगाते हुए राज्यपाल से शिकायत की, जिसमें जांच चल रही है। जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल सलाम निजी यूनिवर्सिटी में सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला लेकर जनहित याचिका दायर कर चुके हैं, जिसमें सुनवाई चल रही है। 

Tuesday, 31 July 2018

भाजपा नेता आकाश सक्सेना को मिली वाई श्रेणी सुरक्षा

आजम से लड़ते-लड़ते आईआईए के अध्यक्ष को जान का खतरा
शासन में पूर्व में की गई थी शिकायत, गृह विभाग ने बढ़ाई सुरक्षा
शासन का आदेश मिलते ही घर पर भी तैनात की गई गारद
रामपुर।आईआईए अध्यक्ष से भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संयोजक बने आकाश कुमार सक्सेना की जान को खतरा है। जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है। शासनादेश पहुंचते ही उनकी सुरक्षा एकाएक बढ़ा दी गई है।
पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के पुत्र आकाश कुमार सक्सेना का बीते करीब सालभर से सपा नेता एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां से सीधा-सीधा विवाद चल रहा है। आजम खां के खिलाफ तमाम शिकायतें उनके द्वारा की गई हैं। लगातार शिकायतें और जांच बैठाए जाने के बाद उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी। शासन ने इसकी जांच कराई और खुफिया रिपोर्ट मांगी। केंद्र सरकार तक मामला पहुंचने के बाद उन्हें वाईश्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
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इन प्रकरणों को बनाया गया आधार
-सेना के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी किए जाने के मामले में आजम खां के खिलाफ दर्ज कराए गए केस में वादी हैं आकाश सक्सेना।
-जल निगम भर्ती घोटाले में भी आकाश सक्सेना ने दिए थे शपथ पत्र, बैठी थी एसआईटी जांच।
-जौहर विवि से जुड़े तमाम प्रकरणों में आकाश सक्सेना की शिकायतों पर हो रही है जांच।
-स्वार विधायक अब्दुल्ला आजम खां के डबल पैन कार्ड का मुद्दा उठाया था।
-जौहर विवि में चकरोड कब्जाने के राजस्व परिषद में चल रहे चार वादों में निगरानीकर्ता हैं आकाश सक्सेना।
-दलितों की जमीन नियम विरुद्ध लेने संबंधित राजस्व परिषद में दायर 10 वादों में निगरानीकर्ता हैं आकाश।
-आजम खां के खिलाफ करोड़ों के सेस का मुद्दा उठाया, जिस पर जारी हो चुका है नोटिस।
-हाईकोर्ट में एक मामले में आजम खां आकाश सक्सेना को बना चुके हैं पार्टी
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यह है श्रेणीबद्ध सुरक्षा दिए जाने का नियम
वीआईपी पर जब कोई खतरा होता है तो सुरक्षा उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी होती है। दूसरी तरफ सुरक्षा हासिल करने के लिए सुरक्षा की मांग करने वाले को संभावित खतरा बता कर सरकार के समक्ष आवेदन करना होता है। यह आवेदन उसे अपने निवास स्थान के नजदीक करना पड़ता हैे फिर राज्य सरकार उस व्यक्ति के बताए खतरे का पता लगाने के लिए खुफिया एजेंसियों को केस सौंपती है और रिपोर्ट मांगती है।
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शासन स्तर पर विशेष कमेटी लेती है निर्णय 
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में जब खतरे की पुष्टि हो जाती है तब राज्य में गृह सचिव, महानिदेशक और मुख्य सचिव की समिति यह तय करती है कि संबंधित व्यक्ति को किस श्रेणी की सुरक्षा दी जाए। इसके बाद औपचारिक मंजूरी के लिए इस व्यक्ति का ब्यौरा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी दिया जाता है। गृह सचिव की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति भी खुफिया रिपोर्ट पर तय करती है कि किस व्यक्ति को कितना खतरा है तथा उसे किस श्रेणी की सुरक्षा दी जाए।
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क्या है वाई श्रेणी सुरक्षा
शासन द्वारा दी जाने वाली श्रेणीबद्ध सुरक्षा में वाई श्रेणी की सुरक्षा भी र्चुंनदा लोगों को ही दी जाती है। इसमें दो सशस्त्र जवान 24 घंटा संबंधित के साथ रहते हैं जबकि, पांच जवानों की गारद घर पर सुरक्षा में मुस्तैद रहती है।
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-शासन से आदेश मिलते ही वाई श्रेणी की नियमानुसार सुरक्षा प्रदान कर दी गई है। घर पर भी गारद लगा दी गई है।
-शैलेंद्र कुमार वाजपेई, आरआई, पुलिस लाइन
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-आकाश कुमार सक्सेना को शासन से वाई श्रेणी सुरक्षा अनुमन्य की गई है। शासनादेश मिलते ही उन्हें नियमानुसार सुरक्षा मुहैया करा दी गई है।
-डा. विपिन ताडा, एसपी

पीएम के अभियान का असर, रेडिको ने गोद लीं 11 बेटियां

पढ़ाई से लेकर रहने-खाने तक की सभी व्यवस्थाएं कीं
रुद्रपुर के एक स्कूल में कराया सभी बच्चियों का दाखिला
रामपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से प्रेरणा लेते हुए रेडिको खेतान ने 11 बेटियों को गोद लिया है। बिलासपुर और रुद्रपुर की सीमावर्ती इन बेटियों की पढ़ाई से लेकर खान-पान और रहने तक की सभी व्यवस्थाओं का खर्च कंपनी उठाएगी।
रेडिको खेतान के डायरेक्टर (आपरेशन)केपी सिंह ने बताया कि हम लोग सामाजिक सरोकारों में भी बढ़चढ़कर भूमिका निभाते हैं। चाहें वह भू-गर्भ जल स्तर बढ़ाने का अभियान हो या फिर प्रतिभाओं के सम्मान, उन्हें आगे बढ़ाने के काम हों। हमने स्कूलों में भी मैसेज किया हुआ है कि आर्थिक तंगी की वजह से कोई प्रतिभाशाली बच्चा पढ़ाई से नहीं रुकना चाहिए। ऐसा हो तो तत्काल उन्हें बताया जाए। इसी क्रम में पिछले दिनों इंटरमीडिएट के टॉपर को बीटेक में दाखिला दिलाया, अब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के क्रम में 11 बेटियां गोद ली हैं।
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सेवा प्रकल्प से मिली जानकारी
रेडिको खेतान के प्रबंधक प्रशासन इंद्रपाल सिंह बताते हैं कि बच्चियों की पढ़ाई के लिए दो साल से काम कर रहे हैं। सेवा प्रकल्प संस्था की ओर से संज्ञान में लाया गया था कि सीमावर्ती क्षेत्र की गरीब बेटियां पढ़ाई से वंचित हैं। जिस पर 11 बच्चियों को गोद लिया गया है। इनकी पढ़ाई से लेकर अन्य व्यवस्थाओं तक पर करीब 2.10 लाख रुपये व्यय होगा।
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-हम चाहते हैं कि समाजिक कार्याें में जो भी सामथ्र्यवान लोग हैं, वे आगे आएं। ताकि, रामपुर की प्रतिभाएं आगे बढ़ सकें। गरीबी के कारण किसी की पढ़ाई नहीं रुकनी चाहिए।
-केपी सिंह, डायरेक्टर, रेडिको खेतान

अब स्टोक कांगरी पहाड़ी को नापेंगी पर्वतारोही मां-बेटी

लेह लद्दाख की सबसे ऊंची पहाड़ी पर फहराएंगी तिरंगा
20500 फीट ऊंची भारत की इकलौती ट्रैकेबल पहाड़ी
रामपुर। अफ्रीका और यूरोप महाद्वीप की ऊंची-ऊंची चोटियों को फतह करने के बाद रामपुर की मां-बेटी लेह लद्दाख की सबसे ऊंची पहाड़ी स्टोक कांगरी को फतेह करके विश्व रिकार्ड बनाने को तैयार हैं। चढ़ाई इसी माह  होगी। इसके लिए उन्हें तिरंगा देकर रवाना किया जाएगा।
रामपुर रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह के बेटे अमित सिंह की प्रारंभिक से लेकर 12वीं तक की शिक्षा भी रामपुर में ही हुई। एयरक्राफ्ट इंजीनियर अमित सिंह का रामपुर निवासी जूही से विवाह हुआ, इसके बाद एक निजी एयरलाइंस में उनकी जॉब लग गई और वह पत्नी जूही व बेटी दीया के साथ सऊदी में रहने लगे। जूही और दीया दोनों मां-बेटी पर्वतारोही हैं। रेडिको के खेतान केपी सिंह ने बताया कि बहू जूही के पदचिह्नों पर पोती दीया भी चल रही है। दो साल पहले जब दीया महज 12 साल की थी, यानी अब से दो साल पहले तब इन मां-बेटी ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी क्लिमंजारों जिसकी ऊंचाई 19341 फीट है, को फतेह किया था। इसके बाद पिछले दिनों यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी एलब्रुश जिसकी ऊंचाई18510 है, को फतह कर यहां तिरंगा फहराया था। अब ये दोनों मां-बेटी जम्मू कश्मीर की लेह लद्दाख की खूबसूरत वादियों में सबसे ऊंची चोटी स्टोक कांगरी जिसकी ऊंचाई 20500 फीट है, को फतेह करने की तैयारी में हैं। इसकी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। अगस्त माह में ही चढ़ाई शुरू की जाएगी।
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पर्वतारोहण की मिली अनुमति
लेह लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों से होते हुए स्टोक कांगरी हिम चोटी पर पर्वतारोहण के लिए इंडियन माउंटेयनरिंग फाउंडेशन दिल्ली से अनुमति मिल गई है।
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हर साल अलग पर्वतरोहण का कार्यक्रम
पर्वतारोही मां-बेटी जूही और दीया हर साल एक अलग पर्वत को चुनते हैं, जिसे अपने कदमों के नीचे लाने के लिए वे उन पर चढ़ते हैं। पूर्व में इन्होंने अफ्रीका के पर्वत को चुना, फिर यूरोप के पर्वत को और इस बार एशिया महाद्वीप स्थित लेह लद्दाख के पर्वत को।
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दोनों में है देशभक्ति का जज्बा:केपी सिंह
रेडिको के डायरेक्टर केपी सिंह ने बताया बहू जूही और पोती दीया को मैंने कह रखा है कि जहां भी पर्वतारोहण करो, अपने देश का ध्वज वहां जरूर ले जाओ। घर से मिले संस्कारों से दोनों देशभक्ति का जज्बा कूट कूटकर भरा हुआ है। आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मेरी बहू और पोती लेह लद्दाख की इस सर्वाेच्च चोटी पर भी तिरंगा फहराएंगी। 

Friday, 27 July 2018

रेडिको ने टॉपर्स को बांटे लैपटॉप, खिले चेहरे

यूपी बोर्ड और सीबीएसई के मेधावी बच्चे सम्मानित
मंत्री बलदेव औलख के हाथों शिक्षक भी सम्मानित
रामपुर। रेडिको खेतान की ओर से आयोजित किरन देवी मेमोरियल एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड में यूपी बोर्ड और सीबीएसई में दसवीं-12वीं के टॉपर्स को लैपटॉप बांटे गए। जिले के 23 स्कूलों के सौ से अधिक बच्चों को सम्मानित किया गया। लैपटॉप, चेक, प्रशस्ति पत्र पाकर जहां एक ओर बच्चों को चेहरे खिल गए। वहीं, उन बच्चों को इस लायक बनाने वाले गुरुजनों को भी शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
रामलीला मैदान स्थित उत्सव पैलेस में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री बलदेव औलख, रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह और उच्च शिक्षा के पूर्व निदेशक डा. आरके बसलस ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन से किया। रेडिको की ओर से मंत्री बलदेव सिंह औलख, यूपी सहकारी निर्माण संघ के चेयरमैन सूर्य प्रकाश पाल, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एसपी डा. विपिन ताडा और डा. बसलस को बुकें देकर स्वागत किया गया। इसके बाद मेधावियों को सम्मानित करने का सिलसिला शुरू किया गया। इस क्रम में सबसे पहले जिले की टॉप-10 लिस्ट में प्रथम, द्वितीय और तृतीय आने वाले छात्र-छात्राओं को लैपटॉप तथा तीन-तीन हजार रुपये के चेक दिए गए। इसके बाद आमंत्रित स्कूलों सभी टॉपर्स को ढाई-ढाई हजार रुपये के चेक देकर सम्मानित किया गया। बाद में स्कूलों के प्रधानाचार्याें को भी सम्मानित किया गया।

 रेडिको की यह पहल सराहनीय: औलख
राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने छात्र-छात्राओं से और बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा जताते हुए बधाई दी। साथ ही कहा कि रेडिको की यह पहल सराहनीय है। यहां एक मंच पर विभिन्न बोर्ड के मेधावियों को बुलाकर सम्मानित किया जाता। इससे अन्य बच्चों में भी बेहतर करने की ललक पैदा होगी। कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी के उद्घोषक सुरेंद्र राजेश्वरी ने किया। इस मौके पर अजय अग्रवाल, अलोक अग्रवाल, सुनील सिंह, विकास सक्सेना, इंदरपाल सिंह,  विजय कुमार, आर के शर्मा, अमित पाण्डेय, विशाल शर्मा, मुदित जैन आदि मौजूद रहे।
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एक नजर में
-23 यूपी बोर्ड/सीबीएसई के बुलाए गए थे मेधावी।-8 बच्चों को दिए गए लैपटॉप और तीन-तीन हजार के चेक।-100 से अधिक बच्चों को किया गया सम्मानित।-156500 रुपये के कुल चेक बांटे गए।
-रेडिको प्रतिभाओं के सम्मान में कभी पीछे नहीं रही। लगातार यह प्रयास है कि कोई भी प्रतिभा धनाभाव में न पिछड़े। हमने पिछले दिनों रिजल्ट आउट होते ही जिला टॉपर को बीटेक में कंपनी के खर्च पर दाखिला दिलाया है। आगे भी सामाजिक सरोकार के काम हम करते रहेंगे।
-केपी सिंह, डायरेक्टर रेडिको खेतान